हम सबने ये अवश्य सुना ही होगा की UPSC की परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षा में से एक है। आज हम इस आर्टिकल की upsc ki taiyari kaise kare in hindi साथ ही साथ इसको बहोत डिटेल में भी समझेंगे।
इस परीक्षा को देने का और पास करने का सपना लाखो करोड़ो विधार्थी देखते है कित्नु केवल कुछ ही इसको सकार कर पाते है।
हम अपने इस आर्टिकल में उन तरीको के बारे में बताना चाहेंगे जिसमे कि, किस तरह से आप UPSC की परीक्षा के तैयारी कर सकते हैं तथा इस परीक्षा में सफलता पा सकते हैं।
UPSC एक प्रतिष्ठित संस्था हैं।
इसकी परीक्षा प्रणाली बहुत ही सख्त और पारदर्शी हैं जिसे एक मेहनती छात्र और संतुलित अध्ययन करने वाला ही अच्छे नंबर से उत्तीर्ण कर सकता है और अपना सुनेहरा भविष्य बना सकता है।
- यूपीएससी full form in Hindi – UPSC का फुल फॉर्म क्या है?
- UPSC Kya Hai? संघ लोक सेवा आयोग क्या है?
- UPSC Exam में कितने चरण होते हैं?
- UPSC द्वारा आयोजित परीक्षाएं।
- UPSC के लिए योग्यता(Eligibility for upsc exam)
- How to prepare for UPSC– upsc ki taiyari kaise kare in hindi?
- 1. एक टाइम टेबल बनाए
- 2. सिलेबस को अच्छे से समझे
- 3. अखबार और मैगजीन पढ़ना ज़रूरी
- 4. वैकल्पिक विषय का चयन करे
- 5. बेसिक NCERT सिलेबस पढ़ना ज़रूरी
- 6. खुद से नोट्स बनाए
- 7. वर्णनात्मक उत्तर लिखने का अभ्यास करें
- 8.मॉक टेस्ट पेपर और पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों को हल करें
- 9. ऑनलाइन संसाधन का उपयोग करें
- 10. सिलेबस को रिवाइज करें
यूपीएससी full form in Hindi – UPSC का फुल फॉर्म क्या है?
यूपीएससी का फुल फॉर्म Union Public Service Commision है।
UPSC एग्जाम का हिन्दी अर्थ है संघ लोक सेवा आयोग जो कि एक सिविल सर्विस एग्ज़ाम यानी ‘नागरिक सेवा परीक्षा’ होती है।
UPSC Kya Hai? संघ लोक सेवा आयोग क्या है?
आजादी के बाद 26 अक्टूबर 1950 को लोक सेवा आयोग के नाम में संशोधन कर संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) रखा गया था ।
इसका संबंध संविधान के Article 315 से है।
संघ लोक सेवा आयोग का भी कार्य Grade A और B के अधिकारियों का चयन करना होता है।
यूपीएससी केंद्र और राज्य के स्तर पर कुल चौब्बीस सेवाओं की परीक्षा आयोजित करती है जिसमें IAS की परीक्षा सबसे प्रमुख होती है।
इसे भारत की सर्वोच्च परीक्षा की दर्जा भी दिया गया है।
दोस्तों आज के समय में प्रत्येक युवक का एक ही सपना होता है एक प्रतिष्ठित नौकरी कि लालसा रखना ।
परंतु बढ़ती हुई आबादी के मामलों ने इस पर नकारात्मक प्रभाव डाला है।
कम्पटीशन के स्तर में इतनी वृद्धि हुई है कि नौकरी मिलना अत्यंत कठिन हो गया हैं।
आप सभी के मन में एक महत्वपूर्ण प्रश्न अवश्य उठता होगा कि देश के बड़े- बड़े अफसरों जैसे (IAS,IPS) की नियुक्ति कैसे होती है?
दोस्तों आज हम आप सभी को इससे संबंधित सारी जानकारियां देंगे।
इस मुकाम को हासिल करने के लिए UPSC द्वारा आयोजित परीक्षा पास करना होता है जो सबसे कठिन एवं देश के सबसे सम्माननीय परीक्षा भी है।
UPSC Exam में कितने चरण होते हैं?
है upsc परीक्षा के मुख्य तीन चरण होते हैं, जो इस प्रकार है –
सिविल सेवा Preliminary Exam: सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा, परीक्षा का पहला चरण है। इनमे दो पेपर होते हैं जिनमें वस्तुनिष्ठ प्रश्न मतलब ऑब्जेक्टिव [ऑब्जेक्टिव टाइप] होते हैं।
GS पेपर –
CSAT पेपर या GS पेपर -2
सिविल सेवा Main Exam : Main Eam जिसमें नौ निबंध टाइप (Conventional/Essay Type) के पेपर आते हैं, जिसमे आपके वर्णनात्मक कौशल के आधार पर नंबर प्राप्त होते है।
इसके 4 सब्जेक्ट या चरण होते है।
- यूपीएससी मेन्स GS 1
- यूपीएससी मेन्स GS 2
- यूपीएससी मेन्स GS 3
- यूपीएससी मेन्स GS 4
सिविल सेवा साक्षात्कार बोले तो Interview : यूपीएससी Interview, परीक्षा का अंतिम चरण होता है।
केवल वे उम्मीदवार ही जो यूपीएससी के द्वारा निर्धारित कट-ऑफ को पार करके मुख्य परीक्षा में पास होते हैं, सिर्फ उन्हें ही interview के लिए बुलाया जाता है ।
UPSC द्वारा आयोजित परीक्षाएं।
- Civil Service Exam (CSE).
- Engineering Services Examination (ESE).
- Combined Defense Service (CDS).
- National Defense Academy (NDA).
- Naval Academy (NA).
CSE परीक्षा के अंतर्गत कुल 24 पद होते हैं।
जैसेे- भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) Collector,
भारतीय पुलिस सेवा (IPS),
भारतीय राजस्व सेवा (IRS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), संयुक्त चिकित्सा सेवा (CMS), केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) ऐसे अनेको ।
इनमें सभी Grade A तथा B के अधिकारी होते हैं जिसका चयन संघ लोक सेवा आयोग द्वारा ही किया जाता है।
UPSC के लिए योग्यता(Eligibility for upsc exam)
Educational Qualification:
- जो विद्यार्थी अपनी ग्रेजुएशन की परीक्षा किन्ही एक स्ट्रीम (साइंस , आर्ट्स या कॉमर्स) से पूरा कर चुका हो, वह यूपीएससी के लिए योग्य माना जाता है। साथ ही ग्रेजुएशन की परीक्षा में 50% अंक अनिवार्य है।
- स्नातक के अंतिम वर्षों में अध्ययन कर रहे विद्यार्थी भी UPSC के प्रीलिम्स में बैठ सकते हैं। हां यह आवश्यक होता है कि मेंस की परीक्षा में ग्रेजुएशन का प्रमाण देना होता है।
उम्र सीमा(UPSC Exam age limit):
- सामान्य वर्ग के स्टूडेंट के लिए न्यूनतम उम्र 21 वर्ष तथा अधिकतम 32 वर्ष है। तथा यह विद्यार्थी 6 प्रयास अधिकतम कर सकते हैं।
- SC /ST वर्ग के विद्यार्थीयों के लिए न्यूनतम उम्र 21 तथा अधिकतम 37 वर्ष है। इन्हें विद्यार्थीयों को उम्र के मामलों में 5 वर्ष का छूट दी जाती है तथा साथ में असीमित प्रयास की सुविधा।
- OBC वर्ग के विद्यार्थियों को 3 वर्ष का छूट दी जाती है। जिसका अर्थ यह है कि इनकी अधिकतम उम्र 35 वर्ष होती है । इस वर्ग के विद्यार्थी को कुल 9 बार प्रयास कर सकते हैं।
How to prepare for UPSC– upsc ki taiyari kaise kare in hindi?
UPSC कि इस परीक्षा में सफलता प्राप्त लोगो के अनुभवों के अनुसार UPSC exam को पास करने हेतु आपको एक बेहतर टाइम टेबल का पालन करते हुए लगातार मतलब बिना समय गवाए पढ़ाई करने की आवश्यकता होती है।
इसमें ऐसी कोई ट्रिक नही होती है जिसकी सहयता से इस परीक्षा को कोई भी पास कर सके,
इस परीक्षा को पास करने हेतु आपको अच्छी सी रणनीतिया बनाकर आगे बढ़ने की आवश्यकता होती है ,
जो आपके पढ़ाई करने के तरीके और आपके पास उपस्थित संसाधनों के साथ सही तरह से श्रेणीबद्ध हो सके या बोलै जाए तोह उच्च तरह से फिट बैठ सके।
इस परीक्षा के सिलेबस की तैयारी शुरू करने से पहले आप खुद से थोड़ा सा समय लें और इस जटिल परीक्षा में सफल होने के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार करें।
बिना समय गवाए इस कठिन परीक्षा की तैयारी करना बहुत जरूरी है।
इसके लिए आपको हर दिन कम से कम 10 घंटे तक तो पढ़ाई करने की जरूरत है जिसके लिए आप स्वयं को तैयार रखे , इस परीक्षा की तैयारी से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदु नीचे दिए हुए है कृपया इनमे अवश्य पढ़े –
- इस एग्ज़ाम की तैयारी शुरू करने से पूर्व खुद में अच्छा खासा मोटिवेशन लाए तथा आप जो करने जा रहे हैं कहने का तात्पर्य यह है कि आप जिसकी तैयारी करने जा रहे है उसमे अपने सही मकसद की खोज अवश्य करे।
- खुद को व्यवस्थित करने और साथ ही साथ अपना लक्ष्य निर्धारित करने का यह समय एकदम सही होता है जिसकी सहयता से आप अपने मकसद तक पहुच सकते है।
- इसके पूरे सिलेबस को बहुत ही अच्छी तरह से समझें तथा उन टॉपिक्स का एक सही लेआउट बनाये जिन पर आपको सबसे ज़्यादा ध्यान देने की आवश्यकता होगी।
यह बात से तनिक भी फ़र्क नही पड़ता, कि आप अभी कॉलेज में हैं या कोई नौकरी कर रहे है , यदि आप सही समय प्रबंधन या बोले तो सही टाइम टेबल के साथ ठीक तरीके से खुद को संभाल लेते हैं तो आप जब तक चाहें तब तक अध्यन कर सकते हैं।
चलिए अब आपको विस्तार से बताते है कि upsc ki taiyari kaise kare in hindi
1. एक टाइम टेबल बनाए
परीक्षा में अच्छा रिजल्ट प्राप्त करने के लिए आपको स्वयं ही एक टाइम टेबल बना लेना चाहिए।
एक ऐसी व्यावहारिक समय सारिणी साफ़ सब्दो में बोले तो ऐसा टाइम टेबल बनाये जो आपके काम के अनुकूल हो जिसका आप खुद से पालन कर सकें।
आपको स्वयं के जीवन से क्षण भर के लिए अवकाश और मौज मस्ती को अपने से दूर कर देना ही जरूरी है।
समय सारिणी का बहुत अच्छे से पालन करने के लिए स्वयं को जितना हो सके उतना कठोर बनाएं ।
2. सिलेबस को अच्छे से समझे
UPSC Exam का सिलबस काफी बड़ा होता है और इसमे कुछ अप्रत्याशित जिनकी उम्मीद ना हो ऐसे प्रश्नों के आने की संभावना रहती हैं।
इसलिए, परीक्षा के बारे में पूरी तरह से जानने के लिए इसके सिलबस का संपूर्ण ज्ञान होना बहुत आवश्यक होता है।
इस परीक्षा का पूरा सिलबस आप UPSC कि आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं।
आप स्वयं की सुविधा के लिए आप इसका प्रिंट निकालकर रख सकते हैं।
जिन विषयो पर आपको ज़्यादा ध्यान देने कि आवश्यकता है, उनका अलग से चयन करे तथा उन विषयों को अच्छे से कवर करने प्रयास करें।
3. अखबार और मैगजीन पढ़ना ज़रूरी
इस परीक्षा में Current Affairs से संबंधित ज़्यादा मात्रा में प्रश्न पूछे जाते हैं, इसलिए Current Affairs को पढ़ना ना भूले, Current Affairs के बारे में जानकारी प्राप्त करने का अखबार और पत्रिकाएं सबसे अच्छा माध्यम हैं।
कुछ अखबार और पत्रिकाएँ जैसे The Hindu , The Economic Times और Reader’s Digest, Competition Success Review, प्रतियोगिता दर्पण आदि भी अवश्य पढ़े ।
दैनिक अखबार और पत्रिकाओं को पढ़ने के पच्यात महत्वपूर्ण चीज़ो के नोट्स अवश्य बनाए क्योंकि किसी भी चीज़ को एक-दो बार पढ़ने की तुलना में उसे लिखना ज़्यादा यादगार होता है।
4. वैकल्पिक विषय का चयन करे
इस परीक्षा के लिए वैकल्पिक विषय मतलब कि Optional Subject चुनना एक बहुत ही महत्वपूर्ण काम होता है क्योंकि इसके 500 अंक होते है, इसलिए आपको सही विकल्प चुनना बेहद ज़रूरी है।
प्रो और कॉन्स की एक लिस्ट बनाएं और अपने विषयों में अपने सामर्थ्य का खुद से मूल्यांकन करें।
5. बेसिक NCERT सिलेबस पढ़ना ज़रूरी
इस परीक्षा की तैयारी के लिए, आपको 6वी कक्षा से लेकर 12वी कक्षा तक की सभी NCERT कि किताबो को पढ़ना अत्यंत ज़रूरी होता है, NCERT की किताबो का सिलेबस ज्यादा लंबा नहीं होती हैं।
इससे आप बुनियादी चीज़ो को पूर्ण रूप से कवर कर सकते हैं।
6. खुद से नोट्स बनाए
पढ़ते समय नोट्स सही से बनाना एक ही विषय को 7 बार पढ़ने के बराबर होता है इसलिए हमेशा नोट्स बनाएं साथ ही साथ टॉपिक के महत्वपूर्ण हिस्सो को हाइलाइट करना न भूले यह भी बहोत आवश्यक होता है अंतिम समय के लिए।
हर विषय पर नोट्स बनाने के लिए एक अलग से नोटबुक का इस्तेमाल करें तथा नोट्स स्पष्ट रूप से लिखें।
ये नहीं कि दिखने लिए एकदम कचरा राइटिंग में लिखे पढ़े हो , ऐसा बिलकुल मत करना।
नोट्स हमेशा साफ़ सुथरे ही होने चाहिए।
ऐसा करने से, आप अपने ही सीखने का प्रबंधन करते है और बाद में उन्हें आप जल्दी से रिवाइज़ कर पाएंगे ।
7. वर्णनात्मक उत्तर लिखने का अभ्यास करें
इस परीक्षा में आपको संछिप्त उत्तर लिखने पड़ते है, ज़्यादातर उत्तर विश्लेषणात्मक, आलोचनात्मक और संचार क्षमताओं याने कि communication abilities के बारे में होते हैं।
उचित शब्दों का उपयोग करते हुए इनका लगातार रिकॉर्ड टाइम में अभ्यास करने से आप एक बेहतरीन वर्णनात्मक उत्तर लिखने कि कला में बड़ी आसानी से माहिर हो जायेंगे ।
8.मॉक टेस्ट पेपर और पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों को हल करें
इस एग्ज़ाम की तैयारी के लिए पिछले कुछ सालो के प्रश्न पत्रों को ज़रूर हल करे और हर 2 -3 दिनों में मॉक पेपर को हल करे जिससे आपको वास्तविक प्रश्न पत्र का आइडिया लेने में मदद मिलेगी।
आपके इस परीक्षा में प्रश्न ज़रूर बदल जाते है लेकिन एग्जाम का पूरा सार वही रहता है, ऐसा करने से आपको कुछ इस सहयता अवश्य मिलेगी।
- ऐसा करने से आप अपनी गलतियों को पहचान पाएँगे साथ ही साथ उन पर कैसे काम करना है, यह भी सिख पाएँगे।
- ऐसा करने सेआप अपनी क्षमताओं का खुद से मूल्यांकन करना सिख पाएंगे।
- इससे आप स्वयं के सामर्थ्य तथा कमजोरियों का पता भी लगा सकते है।
9. ऑनलाइन संसाधन का उपयोग करें
आपके द्वारा खरीदी जाने वाली किताबो के अलावा और भी अध्ययन सामग्री प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन उपलब्ध content , किसी संगठन की वेबसाइट तथा सरकारी वेबसाइट्स का सहारा भी लेना बहुत जरूरी होता हैं।
इसके साथ ही TV चॅनेल जैसे लोकसभा और राज्यसभा टीवी को देखने कि आदत डालें और निरंतर अपने ज्ञान को बढ़ाते रहे।
10. सिलेबस को रिवाइज करें
स्वयं के बनाए हुए टाइम टेबल का पालन करते हुए पढ़ाई करते रहे, जब आपका सिलेबस पूरा हो जाता हैं तब आपने जो कुछ भी सीखा है उसे बरकरार रखने के लिए अपने हिसाब से टॉपिक्स को revise करके एकदम अच्छे से नोट्स बना ले साथ ही साथ अपने सिलबस का पुनरीक्षण यानी revision करते रहे।
[…] Also Read :- How to do UPSC- UPSC ki Taiyari Kaise Kare in hindi […]
[…] UPSC ki Tayari Kaise Kare […]